एक मुलाक़ात

0 0
Read Time1 Minute, 11 Second
deji bedi juneja
   *ज़ी करता है तुझे याद आऊँ अब*
क्यूँ न हर पल तेरी आग़ोश में बिताऊं अब
दिल के दाग जुदाई वाले तुझे मैं दिखाऊँ अब
थक गई हूँ मैं तुझको  याद करते करते
हो ऐसा की मैं तुझको याद आऊँ अब.
ख़्वाबों में मिलती रही तुझे मैं शामों सहर
है चाहत की हक़ीक़त में तेरी बन जाऊँ अब
धुँआ इश्क़ का आँखो को जलाने लगा है ..
क्यूँ न क़तरा ए बूंद पलकों से गिराऊँ अब..
बुझा न सका प्यास इक कतरा भी समंदर का
दर्द की लहरों से क्यूँ ना प्यास बुझाऊँ अब…
दीद तेरे की प्यासी डेज़ी तुझे कैसे दिखाऊँ अब
क्या मेरे दर्द का पानी तेरी आँख से बहाऊँ अब..
इक ज़माने से तुझको यूँ पुकारा किए हैँ  हम….
तूं जो पुकार ले तेरे दर पे सांसे छोड़ जाऊँ अब….
#डेज़ी बेदी जुनेजा
परिचय-

नाम………डेज़ी बेदी जूनेजा 
जन्मतिथि……1मई 
पता…….मोहाली (चंडीगढ़ )

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

सस्ती लोकप्रियता हासिल करने फिर मैदान में उतरे काटजू

Wed Apr 24 , 2019
काटजू ने अबकी बार निशाना बनाया हिन्दी कविता को*  दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति मार्कण्डेय काटजू और विवादित बयानों का पुराना नाता है। हर समय सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के उद्देश्य से काटजू उलूल जुलूल बयान देते रहते है। इस बार काटजू ने हिंदी कविता को निशाना बनाया। मार्कंडेय […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।