वरदान दो 

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अपनी कृपा की कोर दो वरदान दो वरदान दो |
वागीश वीणा वादिनी करुणा करो करुणा करो |
मुझको अगम स्वर ज्ञान का वरदान दो वरदान दो |
निष्काम हो हर कामना मैं नित करूँ आराधना |
मन का कलुष तम दूर हो वरदान दो वरदान दो |
नव गीत नव लय ताल दो शुचि शब्द का भंडार दो |
शुभ  कल्पना  साकार  हो  वरदान  दो  वरदान दो |
हो विमल मति हो सरल गति शालीनता उर में बसे |
बृम्हासुता   ज्योतिर्मया   वरदान   दो   वरदान   दो |
हे धवल वसना  भगवती विद्या की देवी वंदिता |
हिमराशि सी मुक्ता लड़ी सुर पूजिता आनंदिता |
सम्पूर्ण  जड़ता  दूर  हो  वरदान  दो  वरदान दो |
अपनी कृपा – – – – – – – – – – – – – –  – –
हे हंसवाहिनी – – – – – – – – – – – – – – – –

#नाम : मंजूषा श्रीवास्तव 

साहित्यिक उपनाम : “मृदुल”

शिक्षा : एम. ए.   बी . एड
कार्य क्षेत्र : लेखन
विधा : कविता ,मुक्तक ,दोहा ,हाइकू ,गद्य में लेख ,लघु कथा ,संस्मरण आदि 
प्रकाशन : कई साझा संकलन ,विविध पत्र – पत्रिकाओं में 
सम्मान :  मुक्तक शिरोमणि ,आगमन साहित्य गौरव 2018, रंगोली मातृत्व ममता सम्मान 2017, काव्यसुधा सम्मान , रंगोली साहित्य भूषण सम्मान 2018 आदि
अन्य उपलब्धि : समय समय पर दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के साहित्यिक कार्यक्रमो में सहभागिता 
वर्तमान पता : म. न.  05, महावीर रेज़ीडेंसी निकट तुलसी कार केयर मांस विहार ,इंदिरा नगर 
शहर : लखनऊ 
प्रदेश : उत्तर प्रदेश 

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।