बरसात पर ताज़ा दोहे    

0 0
Read Time3 Minute, 57 Second

anant aalok

लो बादल ने खोल दी , फिर गठरी की गीठ |
कीचड़ कीचड़ हो गई , है गठरी की पीठ | 1|

बिजली  देती  धमकियाँ ,  रही  हवाएं  छेड़ |
बादल के आंसू गिरे , लपक रहे हैं पेड़ |2 |

बादल   आये   देखने ,    पर्वत   जंगल    बाग |
दादुर ,झींगुर गा रहे , मिलकर स्वागत राग |3|

भीगे भीगे दिन हुए , गीली गीली रात |
दीप जला कर चल पड़ी , जुगनू की बारात | 4|

बादल से बन प्रेम रस , बरस रही है प्रीत |
रिमझिम बूँदें लिख रहीं , जीवन का संगीत |5 |

नदियाँ नाले भर गए , भरे समंदर ताल |

शुष्क धरा की पीठ पर , उग आये हैं बाल | 6|

सावन आया बाग़ में , आई मस्त बहार |

अमलतास ने टांग दी , स्वर्णिम वन्दनवार | 7|

धरती को सावन किया , कर सावन को रंग |

बाग़ बगीचे छाप कर , छापे कीट पतंग | 8|

वृक्षों ने धारण किये , हरे हरे से वस्त्र |

फूलों ने कर धर लिए , कंटक रूपी शस्त्र |9|

बांच रही है गाय माँ ,  बिखरे हैं   सर्वत्र |

आया सावन डाकिया ,   लेकर ढेरों पत्र |10|

नदियाँ नाले भी गढ़े, बिछा गलीचा सब्ज |

सावन ही पहचानता , है कुदरत की नब्ज |11|

 

खड़े सिपाही खेत में , हाथों में बन्दूक |

भरी गोलियां भूख की , जिनकी मार अचूक |12 |

.

होरी सोया खेत में , खड़े किये  हैं कान |

मकई की मेड़ पर , जाग रहा है श्वान |13|

.

बादल बिजली मिल करे , धरा गगन में शोर |

झूम झूम कर झूमता , धरा गगन में मोर | 14|

.

अम्मा का सिर भीगता , भीग रही है गाय |

दोनों का घर एक सा , कौन सुनेगा हाय |15|

 परिचय

नाम  :         अनन्त आलोक

शिक्षा :        वाणिज्य स्नातक शिक्षा स्नातक ,स्नातकोत्तर (हिंदी ) |

पुस्तकें  : तलाश (काव्य संग्रह2011 में , यादो रे दिवे (हाइकु अनुवाद) |   मेरा शक चाँद पर साहिब (हिंदी ग़ज़ल संग्रह प्रकाशनाधीन |

प्रसारण :       दूरदर्शन एवं आकाशवाणी  से साक्षात्कार कवितायेँ ग़ज़लें एवं आलेख एवं वार्ता प्रसारित |

प्रकाशन :  विपाशा हिमभारती हिमप्रस्थ गिरिराज ,हंस , बाल हंस बाल भारती बया , सरस्वती सुमन अभिनव प्रयास अभिनव इमरोज गर्भनाल कथा समय समहुत कर्मनिष्ठा द बूस्ट सुसंभाव्य नव निकष पेन हिमतरुशैल सूत्र पंजाब केसरी ,देशबंधु ,अमर उजाला दिव्य हिमाचल दैनिक भास्कर दैनिक न्याय सेतु  राजस्थान पत्रिका आदि शताधिक पत्र पत्रिकाओं एवं ऑनलाइन पत्रिकाओं में कहानियां कवितायेँ ग़ज़लें लघुकथाएं बाल कथाएं ,आलेख एवं समीक्षाएं प्रकाशित एवं असंख्य संकलनों में संकलित  |

विशेष एंडरोयड एप ‘समकालीन हिन्दुस्तानी ग़ज़लें ‘ पर ग़ज़लें उपलब्ध |

कवि सम्मेलनों ,मुशायरों एवं लघुकथा सम्मेलनों में निरंतर भागीदारी |

सम्मान :    अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन नेपाल में विशिष्ट प्रतिभा सम्मान , सिरमौर कला संगम ,हिमोत्कर्ष के प्रतिष्ठित पुरस्कार सहित दर्जनों सम्मान |

सम्प्रति :      हिमाचल सरकार में अध्यापन |

संपर्क :      ददाहू  जिला सिरमौर हिमाचल प्रदेश

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

खास रिश्ता

Wed Jul 11 , 2018
कितने भी कर ले मुझ पर सितम या दे जमाने भर का गम तेरे लिए सब माफ़ है संग तेरे रिश्ता ही कुछ खास है बना ले चाहे मुझ संग कितनी भी दूरी अपनी भी तो है कुछ मजबूरी खुश रहे या तू रहे उदास अपना दिल रहेगा तेरे ही […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।