हमारी याद

0 0
Read Time2 Minute, 46 Second

 

LAXMI KUSHAVAH

हम न होंगे इस जहांन में जब,
तुम याद करोगे बीते वो पल
अश्रु बन छलकेंगे तब हम
यादें बन दिल में धड़केंगे।

लिखदी हैं जो चंद तहरीरें
अमर यही हो जायेंगी
तुम तो याद करोगे हमको
गैर भी भूल न पायेंगे।

#डॉ लक्ष्मी कुशवाह

परिचय
लेखिका का नाम : डॉ0 लक्ष्मी कुशवाह

शिक्षा बीए , एलएलबी, मास्टर डिग्री इन सॉशल वर्क , मास्टर डिग्री इन योग ,रेकी प्राकृतिक चिकित्सा (एन डी)

जन्म दिनांक 2/1/61

स्थान मुरार (ग्वालियर) म.प्र.

पूरा पताः  भोपाल मध्यप्रदेश

प्रमुख विधा मुक्त विधा

पुस्तक प्रकाशनः 1 महिलाओं के प्रति अपराध एवं कानूनी
प्रयास 2013
2 अन्य काव्य संग्रह में संकलित काव्य
2 केस स्टडी 18
3 अन्य कहानी संग्रह में संकलित कहानियां प्रकाशित

उपलब्धियां सम्मान एवं पुरस्कार . भारत सरकार द्वारा प्रदत गोविन्दवल्लभ पंत पुरस्कार 2013 महिलाओं के प्रति अपराध एवं कानूनी प्रयास के लिये।

2. राज्य स्तरीय कस्तूरबा गांधी पुरस्कार तीन बार, (महिलाओ एवं कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता एवं त्वरित कार्यवाही हेतु

3.सरोकार संस्था द्वारा प्रदत सशक्त साथी पुरस्कार,

4. सृजन शब्द शक्ति सम्मान वर्ष 2016,
.
़़़़़़़़़़
5. काव्यांजली में कल आज और कल कविता के लिये प्रथम पुरस्कार।

6 साहित्य कलश इन्दौर , मध्यप्रदेश द्वारा श्री व श्रीमती ईश्वर पार्वती अलंकरण 17- महिलाओं के प्रति अपराध एवं कानूनी प्रयास पुस्तक के लिये।

7 साहित्य गौरव सम्मान-2017
साहित्य समीर दस्तक द्वारा।

8 सखी गौरव सम्मान
9 विशिष्ट साहित्य सम्मान -18 सखी साहित्य परिवार गुवाहाटी, असम द्वारा
10 डीएसपी एवं उपनिरीक्षक के लिये केस स्टडी पर प्रशंसा पत्र
11 कथा गौरव सम्मान 18 हिंदी दैनिक वर्तमान अंकुर देहली द्वारा

संप्रति : उपपुलिस अधीक्षक पुलिस मुख्याल भोपाल

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

ग़ज़ल

Wed Jul 4 , 2018
या रब….! किस्सा सच्चा है क्या जीवन एक खिलौना है क्या…!! नील गगन की……., सैर करा दे ऐसा कोई…., चारा है क्या….!! पूछ रही….., मन की अभिलाषा तारा कोई…., टूटा है क्या…..!! दरवाज़े पर…., दस्तक़ कैसी….? देखो अल्हड़ पुरवा है क्या…..!! झूठ दिखाई…, देता जो सच….! इन आँखों पर पर्दा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।