रंगमंच के विद्यार्थियों ने किया हिन्दी का पूजन इंदौर। सितम्बर माह को हिन्दी माह के रूप में मनाया जाता है और इस महीने को हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिन्दी महोत्सव 2022 का शुभारंभ शहर के […]

इन्दौर। अप्रवासी भारतीयों में भी हिन्दी के प्रति प्रेम और हिन्दी के विस्तार के लिए कर्मठता है। इसी कड़ी में दुबई, युएई में कार्यरत, प्रोफेसर व दुबई काव्य मंच के अध्यक्ष डॉ. नितिन उपाध्ये को मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शनिवार को इन्दौर प्रेस क्लब में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में […]

कविता में युवाओं के कारण सशक्तता -डॉ. दवे तिरंगा डोल रे- नीलोत्पल मृणाल सिर्फ़ शम्भू ही स्वयंभू है- गौरव साक्षी प्राचीन साहित्य को नई पीढ़ी तक लाना ज़रूरी है-एसीपी डॉ. चौबे कवि श्री दिग्गज स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित इंदौर। राष्ट्र प्रेम से सराबोर होकर स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर […]

काव्य कुँअर आयोजित बाहर बादल बरसे, भीतर काव्य रचनाएँ कवि नवीन, वाजपेयी व लिली डावर भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित इन्दौर। गीत ग़ज़ल और हिन्दी कविता के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. कुँअर बेचैन जी की जन्म जयंती पर रचनाकारों ने शुक्रवार शाम उम्दा रचनापाठ कर उन्हें भावांजलि अर्पित की गई। बीस […]

दिल्ली । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्थान मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा गंतव्य संस्थान के संस्थापक एवं हिन्दी सेवी डॉ. अरविंद त्यागी को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा द्वारा दिया गया। ज्ञात हो कि डॉ. […]

दिल्ली । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्थान मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा ख्यात ग़ज़लकार एवं हिन्दी सेवी मंगल नसीम को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा द्वारा दिल्ली में दिया गया। ज्ञात हो कि मंगल नसीम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।