अखिल भारतीय गुरुकुल एवं गौ शाला अनुसंधान संस्थान के द्वारा गांधीनगर के सामाजिक कार्यकर एवं हिंदी गुजराती कवि लेखक अनुवादक और इंडियन लायंस गांधी नगर स्वर्णिम क्लब के उपाध्यक्ष तथा महात्मा गांधी साहित्य मंच गांधीनगर के अध्यक्ष श्री डॉ गुलाब चंद पटेल को गुजरात के अध्यक्ष पद पर नियुक्‍त किया […]

साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली द्वारा 13 दिसंबर 2020 रविवार को नव निर्मित गुजरात इकाई का उद्घाटन समारोह किया गया , इसी शुभ अवसर पर आ. कुमार रोहित रोज़ जी का भी वर्षगांठ बड़ी धूमधाम से मनाया गया , उद्घाटन समारोह में अध्यक्ष महोदय आ . राजवीर सिंह मंत्र जी […]

इंदौर। अन्तरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, युनाइटेड ऑर्गनाइजेशन, चेक गणराज्य एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान के साझा प्रयासों से विश्व मानव अधिकार दिवस (10 दिसम्बर, 2020) के उपलक्ष्य में साहित्य-सेवियों की कविताओं को संरक्षित कर ‘मानव अधिकार संरक्षण परिशिष्ट’ तैयार किया गया। मातृभाषा.कॉम से जुड़े देश के विभिन्न राज्यों के साहित्यकारों ने […]

इंदौर। सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार व ग़ज़लकार, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संरक्षक अहद प्रकाश जी का आज तड़के राजधानी भोपाल के निजी अस्पताल में अकस्मात निधन हो गया है। 17 जून 1951 को मध्यप्रदेश के बरेली, रायसेन में जन्में 70 वर्षीय अहद प्रकाश जी एक अलहदा ग़ज़लकार रहे है। आपकी बाल […]

राष्ट्रीय आँचलिक साहित्य संस्थान बिहार की अध्यक्षा के मंच संचालन में गीत गजल के कार्यक्रम का सुसंस्कृत ढंग से आयोजन किया गया जिसमें कई राज्य के गीतकारों और ग़ज़ल कारो ने भाग लिया । कार्यक्रम की शुरुआत जयपुर के सुरेंद्र कुमार शर्मा जी की वाणी वंदना से हुई। स्नेह शब्द […]

‘रसानुभूति’ द्वारा आयोजित हुयी पंचम परिचर्चा इंदौर। आचार्य कुन्दकुन्ददेव किस एक परिधि के नहीं अपितु सच्चे सुख के पथदर्शक हैं। वास्तव में वे एक आम्नाय हैं जो जीवों को सहजता का मार्ग प्रशस्त करते हैं। आज भी जीवन-मरण की व्याख्या का सिद्धांत जो आचार्य कुन्दकुन्ददेव ने प्रतिपादित किया आज उस […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।