चैनपुर | चैनपुर , सीवान, बिहार के प्रख्यात युवा साहित्यकार रूपेश कुमार के चाची जी उर्फ छोटी माता जी का निधन हो गया ! भोपाल , मध्यप्रदेश मे रहते हुए इस सांसारिक मे आध्यात्मिक दुनिया मे परम विश्वासी धर्मप्राणाया माता श्रीमती कमला सिन्हा, पति श्री एस. प्रसाद जी की इस […]

इन्दौर। अहिल्या की नगरी इन्दौर हमेशा से ही सेवा की मिसाल बनता रहा है। कोरोना जैसे आपदा में जब लोग अस्पतालों से दूर भाग रहे, ऐसे में मरीज़ों और उनके परिजनों के लिए शासकीय अस्पतालों के बाहर जाकर, सड़कों पर खड़े पुलिसकर्मियों को सेवादूत लगातार पानी आदि सामग्री देकर सेवाएँ […]

इंदौर। कहते हैं व्हाट्सअप और फ़ेसबुक केवल मनोरंजन का साधन हैं पर यहीं वर्तमान दौर में आए आपदा काल में महज़ कुछ ही कवि साथियों ने मिलकर देशभर में एक हज़ार से अधिक मरीज़ों के सहायक बनते हुए उनकी जान बचाई। मातृभाषा उन्नयन संस्थान एवं जैन कवि संगम समूह से जुड़े […]

गोरे मुखड़े पे घुंघराले बाल मैया जी बड़ी प्यारी लगे शचि साहित्य संगम संस्थान के योगशाला मंच पर 19 अप्रैल 2021 सोमवार को चैत्र नवरात्रि पर आनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित किया गया देश के कोने-कोने से सम्मिलित कवि व कवित्रियों के द्वारा काव्यपाठ कर कार्यक्रम को सफल बनाया,इस कार्यक्रम के […]

मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित मालवी संस्था “पचरंगो मालवों इंदौर ” द्वारा पिछले दस वर्षो से लगातार किए जाने वाले नववर्ष प्रतिपदा मालवी दिवस के उपलक्ष्य में एक अंतरराष्ट्रीय मालवी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसमें देश के विभिन्न शहरों कस्बों के साथ विदेश में बसे मालवी भाषा के […]

नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद ने बिहार के किशनगंज थाने के थानाध्यक्ष श्री अश्वनी कुमार की इस्लामिक जिहादियों द्वारा मॉब लिन्चिंग कर की गई निर्मम हत्या व पुलिस बल पर हमले की घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अपराधियों का कठोरता से दमन करने की मांग की है। विश्व […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।