गैर हुए तेरे अपने अब, और ये अपने आज बेगाने हो गए! कलम रो पड़ी है “मलिक”,और वो गैरों के दीवाने हो गए!! महफ़िल वो तेरी थी जहां, किसी ने बेइज्जत हमें किया था! खड़ा था तू गैरो के साथ,कैसा अपनेपन का सिला दिया था! बहुुत खामोशी से मेरे दिल […]

जीडी बख्सी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच दल देगा 2 दिन में देगा रिपोर्ट जारीकर्ता विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिंदू परिषद Post Views: 32

गुरु की महिमा गुरु ही जाने। भक्त उन्हें तो भगवान पुकारे। जो भी श्रध्दा भाव से पुकारे। दर्शन वो सब पावे। ऐसे आचार्यश्री की जय जय बोलो। मुक्ति के पथ को खुद समझ लो।। कितने पावन चरण है उनके। जहाँ जहाँ पड़ते तीर्थ क्षैत्र वो बनते।। ऐसे ज्ञान के सागर […]

कलम की सुगंध विश्व साहित्य नारी कोष के तत्वावधान में दिनांक 10/0 5 /2020 को ऑनलाइन कवयित्री सम्मेलन का आयोजन शाम सात बजे से किया गया । यह अपने आप में पहला एेसा अनूठा कार्यक्रम था जिसमें प्रात : छ बजे से दोपहर चार बजे तक माँ को सम्मान देती […]

जिस प्रेम का कारण बताया वह प्रेम नहीं होता, प्रेम के साथ क्यों कोई संबंध नहीं है ! क्या राधा कृष्ण के बीच कोई प्रेम का कारण हम कभी जान पाये !! नहीं ना…। यह तो अद्भुत कई जन्मों का प्रेम है।प्रेम के भीतर हेतु होता ही नहीं, यह अकारण […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।