मन करता है गीत लिखूँ मैं, एक लिंग दीवाने पर। मातृ भूमि के रक्षक राणा, मेवाड़ी परवाने पर।।✍ १ चित्रांगद का दुर्ग लिखूँ जब, मौर्यवंश नि: सार हुआ। मेदपाट की पावन भू पर, बप्पा का अवतार हुआ। कीर्ति वंश बप्पा रावल के, मेवाड़ी पैमाने पर। मन करता है गीत लिखूँ […]

मोहब्बत ऐसी थी की, उनको बता न सके। चोट दिल पे थी, इसलिए दिखा न सके। हम चाहते तो नहीं थे, उनसे दूर होना। मगर दूरी इतनी थी, की हम मिटा न सके।। ये बेवफा साँस लेने से, तेरी याद आती है। ये बेवफा साँस न लू , तो भी […]

कैसे कह दू मै ईद मुबारक, जब चारो तरफ आफत आईं। हर तरफ मौत का मातम पसरा, हर कोने में अब मौत छाई।। कैसे पहनूं मै नई नई पोशाकें, जब मौत कफन ले आई है। कंधे भी अब कम पड़ गए हैं ये कैसी अब मुसीबत आई है।। कैसे पहनूं […]

परिंदो लौट जाओ आशियानों में न उड़ो आसमानो में अँधियों का दौर है वर्चस्व की दौड है अब खतरे चारो ओर है अब तो साँसों को पाने की भी होड़ है तन्हाइयो का दौर है रिश्तो में भी अब तरन्नुम दिखती नहीं हसरते अनगिनत पर अब कुछ रस्मे भी निभती […]

कहीं छुट ना जाय, ज़रा ठहर जाओ, कहां भाग रहे,किस ओर जाना है? सृजन तो यहां है, कलियां मुस्कुराती, कोयल गीत गाती, भौंरा करता गुनगुन, धूप-छांव सुहलाती, तितली है खेलती। तो फूल भाव दिखाते, मिलने को दो-दो मन, आतुर इतराते, सुंगध आम्र बौरों की, मदरसा भर जाती और ये चिड़िया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।