तुम योग करो वो योग करे हम योग करे सब योग करें करें स्वस्थ कामना रहने की, आओ हम मिलकर योग करें। खाने को घर में रहे नहीं फिर भी मुंह से कुछ कहें नही सब पूजा दुआ कराते हैं पर फिर भी कुछ तो लहे नहीं सरकार हमारी कहती […]

इंदौर। वर्तमान समय में जिस तरह से भारतीय बोलियाँ और भाषाएँ विलुप्त होती जा रही है यह निश्चित तौर पर चिंता का विषय है इसके साथ ही यह चिंता हिंदी के लिए भी है। उक्त बात रविवार को आयोजित एक शाम हिंदी के नाम में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय […]

कलियाँ खिलेंगी मधुबन में फिर मुरझा जाएँगी, भेदभाव के दुर्भाव से गर्भ में सहमी बच्ची फिर मार दी जाएगी, भारत रो रहा है देश सो रहा है ऐसी दशा होगी सोचा न था.. सदियों से पूजित नारी पति से दुत्कारी जाएगी, ऋषि-मुनियों की धरती पर भी उनकी जान जाएगी, भारत […]

सामने तुम भगवान सदृश प्रणाम तुम्हें। हमारा तन मन धन अर्पण सब तुमको। दीप प्रेम का सालों से लगातार जलता रहा। सम्मुख तुम अभिराम नयन शांत हृदय। बस चाहिए आखिरी साँस तक साथ तुम्हारा। #सरिता गुप्ता, पोरसा परिचय नाम – सरिता गुप्ता पिता का नाम – श्री वेद प्रकाश गुप्ता […]

नदियों के पावन जल को स्वच्छ हम बनाएँ, कारखानों से घातक निकला रसायन नहीं बहाएँ। नहीं मूर्तियों, प्रतिमाओं का करें विसर्जन, सड़े गले फूलों का ज़हर नहीं मिलाएँ।। फूलों का खाद बना धरा की उर्वरता विकसाएँ, कृत्रिम रँग है नुकसान देह बात समझ जाएँ। नदियों के तट पर करे वृक्षारोपण, […]

इंडिया नहीं भारत मेरा देश संस्कृति का यहाँ परिवेश भारत मेरा देश धर्म जुदा हो सकते हें पर मन जुदा नहीं होना है आओ मिल जाएँ हम तुम मानवता नहीं खोना है क्या पंडित क्या मौलवी क्या गीता क्या कुरान हर मज़हब हमें सिखाता मानव बन तू महान कर्मों से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।