तुम ही से प्यार करता हूँ, तुम ही पर जान देता हूँ। दिलकी हर धड़कन को, मैं पहचान लेता हूँ। तभी तो लोग, तेरी मेरी दोस्ती को। दिलसे आशीर्वाद और, दुआएं हमें देते है।। तुम्हारे और हमारे, प्यार के किस्से। लोगो की जुबा पर, हर समय अब रहते है। जो […]

अहंकार जिसने किया चैन से वह नही जिया शांति उसकी चली जाती प्रेम की विदाई हो जाती दुसरो का भी चैन हर्ता खुद भी बेमौत मरता रावण ने भी यही किया कंस ने अत्याचार किया बल,बुद्धि काम न आई विनाशकाले जान गंवाई चीन भी इसी राह पर है खुद मरने […]

गुरव समाज की महिलाओं द्वारा घर पर ही हर्बल सेनेटाइजर बना कर उपयोग किया जा रहा है। अपने आसपास उपलब्ध बहुमूल्य निशुल्क साधनों से सबसे सस्ता, सुंदर और लाभदायक स्वदेशी स्वनिर्मित हर्बल सेनीटाईज़र बनाया जा रहा है। उन्हें यह प्रेणना प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर अभियान लोकल फ़ॉर वोकल से मिली […]

काश! मैं इस नीरव आकाश तले स्वतंत्र विचरण कर पाती काश! यह निर्बाध समीर मेरी देह को मृत्युंजयी स्पर्श दे पाता काश! रात्रि की गोद में बैठ गंगा लहरियों की स्वच्छंद जलक्रीड़ाएं महसूस कर पाती काश! चांद की चंचल चंद्रिकाएं मेरे कपोलों से मनोनुकूल खेल पाती काश! आकाश का शीतल […]

कोरोना काल में दुनिया वाकई काफी बदल गई . लॉक डाउन अब अन लॉक की ओर अग्रसर है , लेकिन इस दुनिया में एक दुनिया ऐसी भी है , जो लॉक डाउन और अनलॉक का कायदे से मतलब नहीं जानती . उसे बस इतना पता है कि लगातार बंदी से […]

सुख ईश्वर की देन है दुःख कर्मो का लेखा जैसे कर्म करेंगे हम वैसे बनेगी भाग्य रेखा कर्म खराब गर है हमारे दुःख हिस्से में आएगा सद्कर्म करे है गर हमने सुख चैन हमे मिल जाएगा ईश्वर परमपिता हमारा कर सकता न बुरा हमारा वह तो अच्छा ही करता है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।