जितना हमने है देखा, और अबतक समझ हम पाये। संसार के इस चक्कर ने, हम सबको बहुत रुलाया। हो हो हो ………………।। लोगो की भावनाओं से इन सब ने अबतक खेला। कभी धर्म जाती के नाम पर, उन्हें आपस में लड़वाया। और अपना उल्लू सीधा, इन मकरो ने किया। अब […]
चीनी सैनिकों द्वारा गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर किए गए हमले का गुस्सा बालमन पर भी बड़ा गहरा पड़ा है। शहर के बच्चों ने मेड इन चाइना के खिलौनों का विरोध भी शुरू कर दिया है। बच्चों का कहना है कि जो देश हमारे सैनिकों पर बेवजह हमला करता […]
जब थाने ही कानपुर में बिक जायेगे, फिर कैसे अपराधी पकड़े जाएंगे। जब पूछे जाएंगे ये प्रश्न प्रसाधन से तब प्रशासक भी मूक हो जाएंगे।। जब थाने में मर्डर हो जाता है, सारा थाना मूक हो जाता है। फिर कैसे मिलेगी सजा अपराधी को, न्यायधीश भी कुछ नहीं कर पाता […]
आगरा | गुरूपूर्णिमा के पावन अवसर पर बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी के सौजन्य से एक ऑनलाइन साहित्य साधना एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया | जिसमें देशभर के कलम साधकों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई | जिनमें प्रमुख हैं – डॉ. तुमुल विजय शास्त्री (चन्दौसी – उ. प्र.), […]
श्रावण मास की रिमझिम फुहार बादलो की गर्जना लगे झनकार गुस्से में जब आ जाते है बादल बिजली हम पर गिराते है बादल होती है जन धन की भी हानि आसमान से काल की यही कहानी प्रकृति स्वयं बनाती है संतुलन श्रावण में होते हरियाली उपवन शिव साधना का समय […]
न हम बदले न वो बदले, फिर क्यों बदल रहे इंसान। कल तक जो अपने थे, सब की आंखों में बसते थे। पर अब तो वो सिर्फ, सपनो जैसे देखते है। न हम न वो आये जाएं, अब एक दूसरे के पास।। न हम बदले न वो बदले, फिर क्यों […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।