बेटी को अभिशाप ना समझो, हैं ईश्वर का उपहार बेटियां। सृष्टि का आधार हैं बेटियां, सारे जग की सार है बेटियां। हम सबकी अभिमान बेटियां, होती घर की शान बेटियां। तनिक भी कम ना बेटों से बेटियां, रखती जिगर में दम हैं बेटियां। हर क्षेत्र में अब देखो यारों, अपना […]

किसीको पाने की चहात में लूटा रहे हो दिल अपना। समझ उन को आएगा क्या तुम्हारा ये तरीका। प्यार होता है दिल से किसी दिखावे से नहीं। इसलिए दिल में सोच सदा पवित्र तुम रखो।। बुझ जाते है बहुत से दिये हल्की सी हवा से। तो क्या वो तूफान का […]

पढ़ती और पढ़ाती बेटी। शिक्षित समाज बनाती बेटी। होती है मां की प्यारी वह, कभी नहीं घबराती बेटी।। पिता का सम्मान है बेटी। माता का अरमान है बेटी। भाई-बहनों की प्रिय साथिन, घर-आंगन की शान है बेटी।। लक्ष्मी पन्ना पद्मिनी है बेटी। सत्साहस की धनी है बेटी। सुदूर अंतरिक्ष में […]

जो जग का करता है लालन पोषण कभी किसी का करता नहीं शोषण उस प्रभु की सदा आरती हम उतारे उसको हम कभी भी नहीं बिसरावे कोरोना काल में ही कर रहा रक्षा शायद लेे रहा हो हमारी वह परीक्षा उसकी परीक्षा में सफल हम हो जाए उसे सदा हम […]

प्रगति होती उसी राष्ट्र की जहां राष्ट्रप्रेम होता भरपूर राष्ट्र के बिना अस्तित्व कहां चाहे किसान हो या मजदूर वेतनभोगी भी अंग राष्ट्र के खुशहाली सबकी जरूरी है ईमानदारी से हो सेवा राष्ट्र की राष्ट्र के प्रति समर्पण जरूरी है जनहित चिंतन करे हम सब रोटी, कपड़ा,छत जरूरी है अमीर […]

“आज ।”तुम इतने बेडौल और मोटे हो ,देखकर हंसी नहीं आएगी क्या ?” वर्तमान ने इठलाते हुए कहा। वह बिना सुने आगे बोला “और आपका ?” उसके भोलेपन से पूछे गए प्रश्न पर बह ठहाका मारकर हंस पड़ा। ” मुझे सब जानते हैं । एक तू ही नहीं जानता शायद। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।