गुरुदेव के करकमलों से ‘मातृभाषा-भाग तीन’ विमोचित इंदौर। हिन्दी भाषा हमारे संस्कारों की जननी है, भाषा को निर्दोष रखें, इसी में राष्ट्र की प्रगति निहित है। उक्त विचार संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज द्वारा मातृभाषा उन्नयन संस्थान से जुड़े रचनाकारों के हिन्दी भाषा को प्रचारित करने वाली कविताओं के […]

हरी सब्जी आलू प्याज की वेतहाशा मूल्य वृद्धि से आमजन को खासी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है।जहाँ प्याज की कमत 70-80 रू• आलू 50 तो हरी सब्जी 80 पर केजी बिक रही है। एक तो लाकडाउन की मार और अब वेतहाशा मूल्य वृद्धि ऐसा लगता है आमजन नमक […]

केन्द्रीय विद्यालय संगठन ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ अभियान के अन्तर्गत काव्य, कला, गीत, संगीत इत्यादि से संबंधित विविध कार्यक्रमों को आयोजित कर एक राज्य को दूसरे राज्य की संस्कृति से जोड़ने की महती भूमिका निभा रहा है जिससे वतन में एकता एवं समरसता की सरिता प्रवाहित हो रही है। […]

ऐ बहारों सजा दो चमन को, मेरा महबूब आया हुआ है। ऐ घटा तू बरस जरा जम के, प्यार का नशा छाया हुआ है। ऐ सितारों सजा दो महफ़िल, मेरा मन आज बहका हुआ है। ऐ बहारों सजा दो चमन को, मेरा महबूब आया हुआ है। ऐ गुलशन महक जा […]

ये कौन लोग है ? जो फ्रांस में मजहबी नारा लगाकर एक शिक्षक का गला काटने वाले आतंकी के समर्थन में भारत मे बड़ी संख्या में फ्रांस का विरोध कर रहे है ? क्या यह कोई षड़यंत्र है, जो घटना किसी भी देश की हो, हिंसा व उग्र प्रदर्शन भारत […]

चले थे साथ मिलकर किसी मंजिल की तरफ। बीच में ही साथ छोड़कर निकल लिए और के साथ। अब किस पर यकीन करें इस जमाने में साथ के लिए। हर तरफ स्वार्थ ही स्वार्थ हमे आज कल दिखता है।। मिला था जब दिल हमसे तो कसमें खाते थे तुम। सात […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।