सपना बाजार कुछ सामान लेने पहुँची। उसने दुकानदार को लिस्ट थमा दी और वो भी एक एक के समान निकालने में व्यस्त हो गया। समान देकर उसने मूल्यसूची सपना को पकड़ा दी… जब तक पैसे की लेनदेन कर सपना व्यवस्थित हुई तब तक दुकानदार ने एक पॉलीथिन थैली में समान […]

पाँलीथिन यहाँ होता, बया के घोंसले बसते। गई चीलें कहाँ बोलो, यहाँ थे गिद्ध जो रहते। मिटाता वंश पालीथिन, गये पशु जान से मारे। धरा ज्यों ढँक रही मानो, करो भी मुक्त अब कहते। . 🌍🌍🌍 कहे सरकार अब ऐसे, बचाओ आज धरती को। दिखे अब से न पाँलीथिन, बनालो […]

उम्मीदों की चादर में कई सपने दफ्न हो गए। जिन वृक्षो से की थी छाया की उम्मीदे,वो छाया पतझड़ आने पर खुद ही कहीं गायब हो गयी।। जीवन के गुजरते पलो में अक्सर ऐसा हुआ। शुखे मुरझाये वृक्षो से भी कई बार ठंडी हवाओं का अनुभव हुआ , शायद गिर […]

बड़ी संख्या में उपस्थित पूज्य संतों महिलाओं और बच्चों ने लिया वेद परिक्रमा यात्रा में भाग जारी कर्ता: विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्व हिन्दू परिषद् Post Views: 40

मौसम करवटे ले रहा है रहिए आप भी सावधान शीत ऋतु का आगमन है रखिए अपनी सेहत का ध्यान बदलते मौसम में स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी त्यौहारों का मौसम आ गया घर की साफ सफाई है जरूरी पानी एकत्र कही होने न पाए मच्छरों से बचना बहुत जरूरी […]

गये थे आज मंडी में लेने को कुछ फूल। वहां जाकर देखा तो एक दम दंग रह गए। की जो फूल लेने को हम वहां गए है। वो सारे फूल पहले से पैरों में पड़े हुए है। अब में कैसे उन्हें लू और प्रभु के चरणों मे कैसे चढ़ाऊँ।। सही […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।