नहीं मिलती कहीं से अब तो ख़बर तेरी । तेरी मोहब्बत के सफ़र में है ज़िन्दगी मेरी ।। चाहतें दिल की ये अरमान तेरे लिए हैं ।।। ख़ुद में खुद को ढूंढ रही ज़िन्दगी मेरी ।।।। अहसास बेज़ुबान होते हैं दिल के यारा । उसकी नज़रों में जगह ढूंढ रही […]

ट्वीटर से समस्या समाधान के शुरूआती दौर में मुझे यह जानकार अचंभा होता था कि महज किसी यात्री के ट्वीट कर देने भर से रेल मंत्री ने किसी के लिए दवा तो किसी के लिए दूध का प्रबंध कर दिया। किसी दुल्हे के लिए ट्रेन की गति बढ़ा दी ताकि […]

रायगढ़ |जिला रायगढ़ के ख्यातिलब्ध समाजसेवी संगठन “बौद्धिक विकास समिति” द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में तमनार , पड़िगाँव के बाल साहित्यकार प्रमोद सोनवानी ‘पुष्प’ को मुख्य अतिथि लोकप्रिय सांसद मान.गोमती साय जी , अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलक लखपति सिन्धु जी , युवाओं के प्रेरणास्त्रोत , वक्ता व पूर्व कलेक्टर ओमप्रकाश चौधरी […]

दिल को जब बात और लगेगी तब उधर भी रात और लगेगी तुम समझते रहे बस खेल जिसे वो सारी मुलाक़ात और लगेगी मुकम्मल होगी गर तेरी कोशिश तो मेरी भी शुरुआत और लगेगी चाँदनी मुखड़े से होती मीठी बातें तो सारी बिखरी खैरात और लगेगी रख दो जो जुल्फों […]

सौ दण्डी एक बुन्देलखण्डी अथवा सुभद्राकुमारी चौहान की कालजयी रचना बुन्देले हरबोलों के मुख हमने सुनी कहानी थी,…. के बोल सुनकर बुन्देली माटी के गौरवशाली इतिहास से देश का बच्चा-बच्चा परिचित है! बुन्देली शौर्य जहाँ का कण-कण गाता हो, जहाँ रस, छन्द, अलंकारों से अनुप्राणित धारा सतत प्रवहमान रहती हो, […]

मेरे हिन्दोस्तां पर लिखने बैठी, बता कौनसी कहानी लिखदूँ! खून की जो होली खेल रहा, उस फौजी की कुर्बानी लिखदूँ!! पल पल रंग बदलते नेता, उनकी रंगीन गिरेबानी लिखदूँ! खुद भूखा सबका पेट भरे, किसान की मेहरबानी लिखदूँ!! नोंच खाये जो औरत जात को, उन मर्दों की हैवानी लिखदूँ! कच्ची […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।