शारदे माँ तारदे माँ,जीवन संवार दे माँ, लेखनी से मेरी माता,देश का विकास हो। गीत लिखूँ जीत के माँ,हँसी-खुशी,प्रीत के माँ, धरती अकाश झूमे,जब मधुमास हो। न रहे गरीब कोई,न बेरोजगार रहे, अंधियारा मिटे और ज्ञान का प्रकाश हो। जाति-पाती बन्धनों में बंधा न ये देश रहे, सबके दिलों में […]