रंग बिरंगा पतंग ये कैसे आकाश में उड़ता जाता है बिना किसी डर के जैसे आसमान को छूना चाहता है पर उसकी उड़ान को देखो लोगो के मन में खटकती है उसे रोकने गिराने को कई साजिसे रचती है लाख कोशिशे करे जो कोई सबसे ऊंची उड़ान वो भरता है […]

इन्दौर। कोरोना की दूसरी लहर ने हमसे दूर किये वाचिक परम्परा के हस्ताक्षरिय कवि डॉ. कुँअर बेचैन जी को मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने कलम कैफ़े में श्रद्धांजलि अर्पित की, जिसमें कवि शम्भू सिंह मनहर, कवि अतुल ज्वाला एवं संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, कवि गौरव साक्षी, हिमांशु […]

मानवीय संस्कृति पर निरंतर संकट के बादल मडरा रहे हैं। चीन की सरजमीं से जैविक युध्द का होने वाला शंखनाद अब कोरोना की तीसरी लहर के रूप में सामने है तो अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही अफगानस्तान पर तालिबान का कब्जा होता जा रहा है। अनेक देश तालिबान […]

इत्तेफ़ाक़ नहीं है ,था तुम्हारा इस कदर मेरे जीवन में आना ना जाने नियति ने कितने कितने गुढ से रहस्यों से तुमको हमसे मिलाने के जत्न किए होंगे हमारे तुम्हारे मन के मनोभावों को कितना पढ़ कर आत्ममंथन किया होगा हमारे रचियेताऔ ने ब्रह्मांड में विद्यमान किंतु अलग-अलग भटक रही […]

नींद प्राणी के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। नींद से प्राणी नई ऊर्जा को ग्रहण कर कार्यों को सही ढंग से करने में सक्षम होता है, जिन व्यक्तियों की नींद पूरी नहीं होती उनकी स्थिति शराबी जैसी होती है। लंबे समय तक नींद पूरी न हो तो इससे प्राणी […]

इसमें कोई शक नहीं कि इस्मत उर्दू फिक्शन के बेताज बादशाह हैं।उन्होंने मुस्लिम समाज में मध्यम वर्ग की लड़कियों के मानसिक और मनोवैज्ञानिक भ्रम और उनसे उत्पन्न होने वाली समस्याओं को अपने उपन्यासों और मिथकों का विषय बनाया है। चौथी जोड़ी उनका प्रसिद्ध उपन्यास है जो उनकी भावनाओं, टिप्पणियों और […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।