उसने कभी जीने की मिसाल नहीं देखी, जिंदगी किसी कोने से खुशहाल नहीं देखीl छुपाती रही इज्जत फटे कपड़ों की गुदड़ी में, उस लड़की ने सही-सलामत रुमाल नहीं देखीl लड़ते देखा है कुत्तों से बासी रोटी के पीछे, गहरा काला निशां है उसकी आँखों के नीचेl भूख से तिलमिलाती गुर्रा […]