कैसे छोड़ दू साथ प्रिये ! जीवन की ढलती शामो में, धूप छांव की साथी रही हो मेरे दुख सुख के कामों में।। साथ मरेंगे साथ जिएंगे, ये वादा किया था दोनों ने, क्यो अलग हो जाए हम , जब साथ फेरे लिए थे दोनों ने जर्जर शरीर हो चला […]
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शैक्षणिक सत्र अक्टूबर से प्रारंभ होने के कारण भारतीय दूतावास के सौजन्य से इंडोलॉजी विभाग द्वारा हिंदी दिवस कार्यक्रम १७ नवंबर को संपन्न हुआ। शुभारंभ माँ सरस्वती को संदीप कुमार(भारतीय राजदूत),प्रो.व्लाहोविच स्तेतिच(अधिष्ठाता मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान),डॉ. इवान आंद्रियानिच(अध्यक्ष भारत विद्या विभाग)आदि के दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। कु. मारिया षिमग ने […]