हाँ हमें आजाद हुए ७० वर्ष पूरे हो गए, अँग्रेजों की गुलामी से तो हम आजाद हैं, परंतु जातिवाद भष्टाचार,असमानता लिंग भेद,आदि पुराने रीति-रिवाजों, कॊ तोड़कर जन-जन कॊ जागकर एक नई क्रांति लानी होगी, जिससे हम सभी जगह समानता ला सकें, तभी हम सही मायने में आजादी कहलाने और मनाने के सच्चे […]