अच्छे दिन आयेगें …. , 2014 के लोकसभा चुनाव का यह एक अहम चुनावी नारा बन गया था । जो पुरे पाँच शालों तक पक्ष और विपक्ष मे इस वाक्या को लेकर बहस चलती रही । विपक्ष सवाल उठाता रहा , कहाँ है अच्छे दिन , किसके अच्छें दिन , […]

1- माथ मुकुट बैठे शुभ आसन । हर घर पुजे जाएँ गजानन ।। 2- इनकी करुणा जिस पर बरसे । सुख से रहे सदा हिय हरषे ।। माँ सरस्वती को समर्पित 👏 3 – माँ शारद तेरी बलिहारी । देकर ज्ञान हरो तम भारी ।। 4 – जग में तेरी […]

‘चाहतें’ सदा इतिहास गढ़ती हैं,  दिल की किताब कोरी वे पढ़ती हैं। चाहा था सिया को राम ने, राधा को श्याम ने। मीरा भी बावरी बनी, रटन मोहन के नाम में। चाहत न जब पैदा हुई, थी दिल  के मकान में। राह प्रेय-श्रेय दिखते न, थे जीवन प्रगति मुकाम में॥ […]

 ‘नजर’ तुम कृपा की हमसे ना फेरो, हे कृष्ण माधव  माेहन  मुरारी। हे दीन बंधु अमित करूणा सिन्धु, गूंजे मन में हरदम बंशी तुम्हारी॥ चाहत से राहत दो मन को हे माधव, मिटे मलिन  विषयों की खुमारी। चंचल चपल मन को तुम ही भाओ, कर सकूं अनन्य भक्ति गिरधारी॥ मुख […]

हो स्वामी सखा  समर्थ  प्रभु फिर भी  लगी नाव किनारे नहीं..? भँवर से  निकालो मेरी नौका तुझे छोड़ और है सहारे नहीं है..। तुम तो करुणाकर  हो प्रभुवर शरणागत जन के तारक  हो। सृष्टि  के सर्वस्व हो तुम सृजक पालक संहारक  हो॥ तुम ब्रह्मा बन करते रचना तुम ही विष्णु  […]

रहे पल्लवित-पुष्पित यह, राष्ट्र जीवन की  फुलवारी। विविध प्रान्त हैं सुमन मनोहर, खुशबू है सबकी न्यारी॥ भाषाएँ कई रम्य मनोरम, बोलियाँ कई यहाँ अनुपम। छह रितुएँ धर्म सात संग, है कहीं नहीं ऐसा दम-खम॥ फूटी सभ्यता किरण यहीं, जगे हम फिर जगत जागा। धर्म ज्ञान विज्ञान कला में, नित बढ़ते […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।