माया है  संसार  यहाँ  है सत  नारी। जन्माती  है, पूत निभाती वय सारी। बेटी माता  पत्नि बनी वे बहिना भी। रिश्ते प्यारे खूब  निभे ये कहना भी। होती है श्रृद्धा मन से ही जन मानो। नारी  सृष्टी  सार  रही  है पहचानो। नारी का  सम्मान करे  जो मन मेरे। हो जाए  […]

.                  *1*   आजादी महंगी मिली, नमन् पन्द्रह अगस्त। राज फिरंगी देश था,जन गण मन था त्रस्त। जनगण मन था त्रस्त,संघर्ष, बलिदान दिये। भारत  माँ  को  काट, भुजा दो  टूक  किए। “लाल” लहू्  कर भेद, बीज  बोये बरबादी। वतन  रहे  आबाद ,  रहे  अपनी आजादी। .                  *2*  जनतंत्र बड़ा  विश्व में, […]

नई दिल्ली। जून 25, 2018। विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहा है कि विहिप भारत में उत्पन्न हुये सभी धर्मों के लोगों का साझा मंच है । अपने विविध कार्यों के माध्यम से विहिप इनकी एकता, समरसता व विकास हेतु प्रयत्नशील हैं। विहिप की प्रबंध समिति […]

अनुसुईया की कठिन परीक्षा, त्रिदेव ने ली पालने में सुला दी थी पुरुष प्रधानता। अग्नि परीक्षा सीताजी ने दी थी, पुरषोत्तम रामजी कहलाए पुरुष प्रधानता। हर युग में दांव पर लगी है, नारी अस्मिता पांचाली लाचार थी, पुरुष प्रधानता। कलयुग में हर कदम पर, नारी परीक्षा भोग की वस्तु बनी, […]

बेवजह गुस्सा,चिड़चिड़ापन, अच्छी बात नहीं। बेमौत न कर मेरे नाम कफ़न अच्छी बात नहीं॥ ————————————- यहाँ-वहाँ,इधर-उधर मत दिखा अपनी अदा। मेरे दिल को न कर परेशान अच्छी बात नहीं॥ ————————————- बारिश भी वहीं है,जहाँ तुमने साथ छोड़ा था। बिन मौसम के बरसे सावन अच्छी बात नहीं॥ ————————————- तू मुस्कुराए तो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।