मरीज़ो की कराहे , दर्द की आहें चारो और है,,, नर्सो और कम्पांउडरो के कदमों की आहटो का शौऱ है,, देख रहा हुं अस्पताल , जिसका जीवन में अहम दोऱ है,, कोई मरीज़ खामोश है, कोई चिल्ला रहा है,, कोई अफरातफरी में डॉक्टर को बुला रहा है,, मरीज़ व्याकुलता से […]

मरियम़ को रंग लगाएगें,, हिना पर रंग गिराएगें,,, इस बार की होली मोदी जी, हम सरहद पार मनाएगें,,, आदेश दिया है सेना को, हर देशवासी तैयार है,, फोजी भारत के मतवाले, जिन्हें भारत मां से प्यार है,, चढ़ दुश्मन की छाती पे, लाहोर जीत कर आएगें,,, इस बार की होली […]

उत्तर दिया है मोदी ने घर में घुस के ठोका है , हर वह कुत्ता मार गिराया जो भारत पर भोंका है , पुलवामा का बदला है यह भारत मां का जयकारा है , घर में घुस के आतंकी के पाक को ललकारा है , सौगंध खाई थी मिट्टी की […]

एक व्यक्ति चाँदी के एक टुकड़े को बार-बार आग में डालता, उसे निकालता, उसे देखता और फिर से आग में डाल देता। मैंने उनसे पूछा- ये आप क्या कर रहे हैं ? वे बोले- मैं चाँदी के इस टुकड़े को शुद्ध कर रहा हूँ। मैंने उनसे पूछा- आपको कैसे पता […]

इश्क, बेबसी, प्यार ,बेरुखी,,,, फिर सब की तैयारी है ,,,, एक फरवरी मेरी भी , किसी के पास उधारी है ,,, कुछ बीते पल ,कुछ अफ़साने, कुछ खत ,चिट्ठियां बरसो पुराने ,, आज के प्यार पर भारी हैं एक फरवरी मेरी भी किसी के पास उधारी है,,, वो दौर आशिकी […]

जो शनिधाम को  जाता है, वो सब दुखो  से मुक्त हो जाता है,, शनिदेव की कृपा हो सर पे  तो विनती भगवान सुने , अपने भक्त के पथ के कांटे फिर स्वयं भगवान चुने, भक्त छोटा सा कंकर तब  आसमान हो जाता है, जो शनिधाम  को जाता है, वो सब […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।