चुनावी हवा अब यहां बहने लगी परायो को अपना कहने लगी जरूरत है सभी को वोट की पार्टियां अब गांव में आने लगी पांच साल तक जो नजर आएं नही उन्हें वोट की दरकार होने लगी एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे रक्षक पर भक्षक आरोप लग रहे फाइलें तक […]

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून में हुई कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सफल रैली से कांग्रेसियों में भारी उत्साह व्याप्त हो गया है। कांग्रेस का जहां मौसम ने साथ दिया , वहीं कांग्रेस का कुनबा भी राहुल गांधी की रैली में एकजुट दिखाई […]

जैसी करनी वैसी भरनी भुगत रहा है पाकिस्तान भारत मे आतंक फैलाकर  खुद मिट रहा है पाकिस्तान भूल गया है सन इकहत्तर को उसने अपने टुकड़े करवाये थे भारत की सेना के आगे नब्बे हजार सैनिक झुकवाये थे माफी मांगकर जान बची थी दुनिया भर में हुई किरकिरी थी फिर […]

  जब जब भी भारत पर कोई दुश्मन गुर्राया है भारत ने उस दुश्मन को धूल में ही मिलाया है भारत हिंसा का नही अहिंसा का अनुयायी है पर जब खतरा मां भारती पर हो तब कड़ा कदम उठाया है भारत के वीर सैनिक दुनिया मे सबसे बहादुर है तिरंगे […]

राम तुम्हारे आने से कलियुग स्वाह हो जायेगा कोई रावण रहेगा न जग में भाईचारा बढ़ जायेगा मर्यादा के तुम हो प्रेरक पुरुषोत्तम कहलाते हो संकल्प के बने हो रक्षक धर्म पताका फैहराते हो कोई विकारी रहे ना जग में ऐसी पवित्रता फैलाओ तुम नारी का सम्मान हो जगत में […]

राम अब आ भी जाओ साथ मे रामराज्य लाओ यहां पर तो रावण राज है विकारी ही यहां सरताज है भ्र्ष्टाचार रूपी अंधेरा पसरा है भाई को भाई से ही खतरा है मां बेटियां तक सुरक्षित नही नेताओं की जबान की भी कीमत नही वे झूठ बोलकर वोट पा जाते […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।