श्रावण मास ने दस्तक दी रिमझिम बरसते बादल से हरियाली भी इठला रही मदमस्त दमकते मेघो से भक्तिभाव भी जाग उठा बम बम भोले की गूँजो से गंगा जल कांवड़ में भरकर ओम नमः शिवाय गा रहे परमात्मा शिव की याद में वे शिवालयों तरफ जा रहे नशा छोड़ो,विकार छोड़ो […]

इस शरीर पर  इतराना कैसा सुंदरता पर रिझाना कैसा आज चमक रहा  कल ढल जाएगा यौवन से बुढापा  आ जाएगा रक्त,अस्थि,मल, मज्जा से बना है यह पंच तत्व से ही  तो गढ़ा है यह इसे नही इसके अंदर बसी  आत्मा को देखो जो कभी मरती नही है  गलती नही है […]

बारिशों का दौर है जल से सराबोर है लबालब सड़के है जलभराव चहुं ओर है जल निकासी होती नही नालियां खाली होती नही जल संचयन गर कर ले हम वर्षा-जल को संजो ले हम जल संकट न हो कभी जल भरपूर रहे तभी  समय कम है बचा लो जल सुरक्षित […]

नये बच्चों में हुनर है उन्हें तराशिये जरूर उनके अंदर की प्रतिभा को बाहर निकालिये जरूर साधनहीन के साधन बनिए उनका एक सहारा बनिए लोहा सोना बन सकता है गरीबी में हीरा मिल सकता है थोड़ा सा सहारा लगा देने से साधनहीन चमक सकता है जो पढ़ना चाहे उसे पढ़ाइये […]

जात, धर्म कोई भी हो बच्चे सबके एक ही जान सबका खून भी एक सा सूरत,सीरत दे भगवान क्या हिन्दू,क्या मुस्लिम क्या सिख,क्या ईसाई नवजात शिशु को देखिए कोई धर्म न दिखता भाई जिस बच्चे में बौद्धिक कौशल वही लुभाता हम सबको प्यार से उसी को गले लगाते स्वयं पर […]

सबका का साथ सबका विकास नारा देकर वे वोट पा गए फिर से बिना कुछ किये सत्ता में आ गए देवभूमि  उत्तराखंड में शराब फैक्ट्री खुलवा रहे है तीर्थ जनपद हरिद्वार में स्लाटर हाऊस बनवा रहे है आमदनी बढ़ाने के लिए तेल की कीमतें बढा रहे है  सबका साथ पाकर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।