बगल में पाक चीन,धरकर वेष मीन, पाने को है सियाचीन,आज आर-पार हो। राष्ट्र शांति वार्ता छोड़,ड्रैगन के शीश फोड़, अस्त्र-शस्त्र सैन्य जोड़,वैरी तार-तार हो। भारती की है पुकार,हृदय में ले हुंकार, करे सब जयकार,नस-नस ज्वार हो। राष्ट्रभक्त कविगण,कर चेतना सृजन, दिनकर भान बन ,शब्द-शब्द सार हो॥ […]
shreeman
विशाल भावना लिए,करे समृद्ध मंच को, विशुद्ध छंद काव्य से,प्रमाण दे प्रपंच को। विराट रम्य वैभवी,नमो नमो विशारदे, विराज मात शारदे,मनोज्ञ भान तारदे॥ नमो नमामि भारती,सरस्वती प्रभा झरी, सुरीति नीति प्रीति लै,सुहंसवाहिनी ठरी हे ! चंद्रकांत शारदा,सुमंगली ब्रह्मेश्वरी, सुबुद्धि,ज्ञान दान दे,अनंत दिव्यता धरी॥ […]