मातृभाषा है हिन्दी मेरी,मेरे भारत का अभिमान। बावन अक्षर इसमें प्यारे,करते हैं हम सब सम्मान॥ बारह खड़ी की अद्भुत रचना,क से ज्ञ तक व्यंजन जान। स्वर की महिमा बड़ी अनोखी,प्राकृत का होता है ज्ञान॥ स्वर,व्यंजन व व्याकरण मिल के,बनते हैं फिर छंद महान। गीत मनहरण दोहे प्यारे,रचते हैं हिन्दी की […]