सीमा के हाथ में जैसे ही उनकी ममेरी जिज्जी अंशु ने विदाई के वक्त टीका कर उन्हें उपहार का पैकिट पकड़ाया तो उनकी आंखें एक पल के लिये विचित्र आश्चर्य के साथ फैल गई, मैं अदद पैकिट भी उनके हाथों में आत्मीयता और पुराना नाता […]
kusum
कभी-कभी भ्रमण में? मिलना रहना खाना पीना घूमना बहुत अच्छा लगता है,पर न जाने क्यों लौटना बिदा होना,पलट के देखना उस पल पलकें भारी करता हैl यादों का वजन, पानी भरे नयन.. कथन-उपकथन, बिताए पल छिन लगा हुआ मन, दिन-दिन की अनुभूति-चित्रण विछोह साथ आ जाता हैl क्या कोई देश, या शहर,प्रकृति भी हमें लिप्त प्रायः करती […]