ज़िंदगी…

0 0
Read Time1 Minute, 20 Second

Untitled

ज़िंदगी एक बहुत खूबसूरत सफ़र,
ज़िंदगी ईश्वर का अनमोल उपहार।

ज़िंदगी है सुख-दुःख का संग़म ,
इसमें है मिलन-जुदाई की सरग़म ।

हैं अपने साथ,तो है हर पल मेला,
नही तो है मुश्किलों का सिलसिला।

किया जो अच्छा, तो मिला काम,
बड़ी मेहनत के बाद पाया मुकाम।

कहीं तो है खुशियों का समुन्दर,
तो वहीं है गमो का भंवर ।

गूंजती इसमें खुशियों की शहनाई,
तो कभी छाई दुखों की परछाई।

इसके हैं जहाँ में कई रूप निराले ,
कभी तन्हाई,कभी हैं महफिलें।

ये है रब का हसीं करम,
कि भाइचारा ही अपना धरम।

ज़िंदगी इंद्रधनुष,हर रंग आसमां पर,
जो दिखाई देते खूबसूरत जमी पर ।

  #तृप्ति तोमर

परिचय : भोपाल निवासी तृप्ति तोमर पेशेवर लेखिका नहीं है,पर छात्रा के रुप में जीवन के रिश्तों कॊ अच्छा समझती हैं।यही भावना इनकी रचनाओं में समझी जा सकती है। मध्य प्रदेश के भोपाल से ताल्लुक रखने वाली तृप्ति की लेखन उम्र तो छोटी ही है,पर लिखने के शौक ने बस इन्हें जमा दिया है।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

माँ के लिए

Fri Feb 10 , 2017
माँ, सुनता हूँ तुम सुंदर थी, पर देखी नही तुम्हारी सुंदरता.. सिवाय, हथेलियों पर उभर आई बर्तन के खुरदरेपन के , याधुँधुआते चौके से मूँदी तुम्हारी आँखों के। माँ, तुम गाती भी हो?.. कभी सुना नहीं तुम्हारा गाना, सिवाय लोरी के.. जो मुझे सुलाने के लिए गाती थी। माँ, तुम […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।