कैसे दूँ शरण मैं निर्दोष मानव के हत्यारों को,
कैसे मरने दूँ इनके हाथों देश के पहरेदारों को।
आज जो शरण मांग रहे,कल वो अपना अधिकार मांगेंगे
हमारी मातृभूमि पर,ये बँटवारा रुपी खंजर चलाएंगे, लेकर हथियार हाथों में, हमारी ही सेनाओं के खिलाफ नजर आएंगे।
बोलों कैसे दूँ शरण मैं निर्दोष मानव के हत्यारों को…
पिछली गलती को हमने अब तक याद रखा है,
विदेशियों के कारण ही अपना देश बंटा है।
पिछली गलती को अब हम न दुहराएंगे, दुश्मन हो चाहे लाचार जितना,
कभी उसे गले से न लगाएंगे॥
#बलराम कुमार भगत
परिचय: बलराम कुमार भगत की जन्मतिथि ५ अप्रैल १९९८ तथा जन्म स्थान- छातापुर (महद्दीपुर,बिहार) हैl स्नातक तक शिक्षित बलराम भगत का कार्यक्षेत्र-लेखन व पढ़ाई ही हैl आप बिहार के शहर पटना से हैं और सामाजिक सेवा के कार्यों में सक्रिय रहते हैंl हिन्दी भाषा में कविता एवं लघु कथा रचते हैंl ब्लॉग पर भी लिखते हैंl उत्कृष्ट कार्य हेतु विधायक द्वारा सम्मानित हैंl अन्य उपलब्धि में १२ वीं में महाविद्यालय में उच्च रहे हैंl लेखनी इनकी चाहत हैl