किसान क्या होते है
तुम गांववालो से पूछो।
ये वो शख्स होते है
जो खाने देते सबको अन्य।
किसान क्या होते है
तुम गांववालो से पूछो।।
परन्तु इसकी झोली में
नहीं मिलता उसका हक,
नही मिलता उसका हक।
यही से गरीबी का
खेल शुरू हो जाता है।
कड़ी मेहनत और लगन से
किसानी वो करते है।
कितना पैसा और समय
वो इस पर लगाते है।।
किसान क्या होते है
तुम गांववालो से पूछो।
ये वो शख्स होते है
जो खाने देते सबको अन्य।।
फल के लिए भगवान
पर निर्भर होते है।
और गरीबी अमीरी का
फसल आने पर निर्णय होता है …।
मेहनत और काम ही
इन का लक्ष्य होता है।
उसी के बदले में जो
कुछ इन्हें मिलता है।
उसी से इनका जीवन
यापन चलता है।।
किसान क्या होते है
तुम गांववालों से पूछो।
ये वो शख्स होते है
जो खाने देते सबको अन्य।
किसान क्या होते है
तुम गांववालो से पूछो।।
जय जवान जय किसान
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)