कर लो सुध कुदरत की आज,

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कर लो सुध कुदरत की आज,
की है हमने जिससे छेड़छाड़।
करके छिद्र ओजोन परत में,
क्यों रहे स्वार्थ के झंडे गाड़।

अपनी धरा के सुरक्षा कवच को,
हम सब मिलकर तोड़ रहे।
बो कर कांटे राहों में अपनी,
फूलों की बाट जोह रहे ।

अपने आराम कि खातिर हमने,
अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है।
अपने स्वार्थ सिद्धि की खातिर ,
बरबादी का कृत्य अब भी जारी है।

पराबैंगनी किरणें सूर्य की ,
हम सबके लिए घातक हैं।
प्रकृति द्वारा रचित अनुपम,
ओजोन ही हमारी रक्षक है।

त्वचा ,नेत्र और कैंसर जैसी,
नित फैल रही महामारी हैं।
संभल जाओ अब नादानों,
अब जान पर बनी हमारी है।

ओजोन बिना मत कर कल्पना,
वसुंधरा पर जीवन की।
हो जाएगा विनाश धरा पर,
यदि की हमने अपनी मनमानी।

अंधाधुंध वनों की कटाई,
और वाहनों का दूषित धुआं ।
अपनी लालसाओं में अंधे हम,
खुद खोद रहे मौत का कुआं।

दे रही चेतावनी प्रकृति ,
सुनों पृथ्वीलोक के प्राणी,
बहुत हो चुका तेरा नाटक,
बन्द करो अपनी मनमानी।
ओजोन बिना वसुधा कैसी,
वसुधा बिन जीवन कैसा।
जरा सोच कर देखो प्राणी,
होगा सृष्टि का भविष्य कैसा।

आओ प्राचीन परम्परा अपनाएं,
धरा को हरा भरा बनाएं।
प्रौद्योगिकी पर कस कर सिकंजा,
ओजोन सुरक्षा कवच बचाएं।

रचना-
सपना (स ०अ०)
औरैया

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।