
नि:संदेह आशावादी होना जीवन की सबसे बड़ी ताकत है।क्योंकि जब सब ओर से जीवन की नाव डूब रही हो तब आशा की एक किरण भी जीवन को बचा लेती है।तभी 'डूबते को तिनके का सहारा' वाली कहावत चरितार्थ होती है।
अध्यात्मिक एवं विज्ञानिक मान्यता है कि आशा सकारात्मक सोच को जन्म देती है।जिससे मनोबल बढ़ता है और जीव जीत जाता है।क्योंकि मन के हारे हार है और मन के जीते जीत होती।
धर्मग्रंथ भी कहते हैं कि ईश्वर भी उसी की सहायता करते हैं।जो स्वयं अपनी सहायता करता है।इसलिए आशा विश्वास की वह ऊर्जा है।जो नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मक ऊर्जा को जन्म देती है।
प्राकृति साक्षी है कि जिसके पास आशावाद की सकारात्मक ऊर्जा का शस्त्र है।वह जीवन के प्रत्येक युद्धक्षेत्र में हमेशा विजयी ही होता है।
इंदु भूषण बाली