युवाओं तुम्हें जगना होगा
विवेकानंद के सपनों
के पथ पर चलना होगा।
चारों ओर शोर फैला
सडको पर सैलाव उमडा
कौन सच्चा कौन झूठा
सवालो ने घेरा डाला
सब को विश्वास में लाना होगा
युवाओं तुम्हें जगाना होगा।
कर्तव्य और कार्यशैली
ढूँढ रही ईमानदारी
हर नजर तालाश रही
वो विश्वास और साथ
जो वादा किया गया
हर मंच और सभाओ में
वक्त के साथ हर वादा
समय पर निभाना होगा
युवाओं तुम्हें जगाना होगा
न बहकूँगे न बहकने दूँगा
के पथ पर चलना होगा
छिपे गद्दारो को जहन मे
राष्ट्रवाद जगाना होगा
उन्नति के लिए सबको साथ लाना होगा
युवाओं तुम्हें जगना होगा।
कोई बडा नही है कर्तव्यो से
मिलकर काम करो और नेक काम करो
ऊँचे-नीचे का भेद मिटाना होगा
युवाओं तुम्हें जगना होगा।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति