माने या न माने

0 0
Read Time50 Second

surendra kalyan

भगवान माने क्या?

इन्सान माने क्या?

 

माने या न माने

सब खेल-खेल बहाने

क्या हम किसी की माने

है सब लुभावने सपने सुहाने

 

किसी होर की बात माननी है

क्योकि उसे लोग जानते है

या उसका पहनावा पहचानते है

 

आज हमारे वस्त्र फ़टे ही सही।

खुद  को काबिल करलेंगे

धागा चलने को।

आरे दुसरो के हिदायसी

अपनी सीरम भी कसो

दुनिया भाग वाली जग में जाने को।

 

प्रेरणा दूजो से लेते है

हिदायते हमें देते है।

यह कहा के बुद्धिजीवी

जो मुँह पर नही-

पिट पीछे हस्ते है।

#सुरेन्द्र कल्याण 

 करनाल (हरियाणा)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

सरकारी स्कूल में शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु कुछ बुनियादी बातें l

Tue Nov 20 , 2018
बार बार सबके मन में यह प्रश्न उठता है कि  शिक्षा के क्षेत्र में इतना खर्च करने के बाबजूद आखिर सरकारी विद्यालय में शिक्षा के स्तर में सुधार क्यों नहीं हो रहा है l सरकारी स्तर पर कई कार्य किए भी जा रहें हैं,  पर सुधार की गति अत्यंत धीमी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।