दौसा।
देवनगरी दौसा में मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर मगसम साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में एक शाम मां के नाम कार्यक्रम का आयोजन बजरंग मैदान स्थित सामुदायिक भवन में हुआ।
जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमान बाबूलाल जी शर्मा बोहरा वरिष्ठ साहित्यकार,सिकंदरा एवं अध्यक्षता रामबाबू जी शर्मा”राजस्थानी” ने की।
मगसम के द्वारा दौसा जिले के चार रचनाकारों का सम्मान किया गया जिनमें *कृष्ण कुमार सैनी को रचना प्रतिभा सम्मान* एवं बाबूलाल शर्मा, अमित शर्मा और बुद्धि प्रकाश महावर”मन” को *रचना शतकवीर सम्मान* से सम्मानित किया गया।
तथा रामबाबू शर्मा राजस्थानी,अशोक खेडला और मूलचंद जी पांचाल को *रचनाकार सहृदयता सम्मान* से सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह से पूर्व रचना पाठ कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें राष्ट्रीय कवि चौपाल दौसा के अध्यक्ष *कवि कृष्ण कुमार सैनी”राज” ने माँ नूर नहीं कोई नूर है,मां प्रेम से भरपूर है*…. रचना सुना कर मां की ममता को प्रदर्शित किया।
*अमित राज शर्मा”अमित”* ने मां के नैनों में भरा ज्ञान का भंडार……।
*अशोक खेड़ला* ने ‘मुझे मेरी मां का प्यार अनमोल है…….।
*रामबाबू शर्मा “राजस्थानी”* ने एक चिंगारी भी आग से कम नहीं होती और सादगी भी श्रृंगार से कम नहीं होती रचना सुनाकर मातृभूमि के प्रति अपने भाव व्यक्त किए।
*बुद्धि प्रकाश महावर’मन’* ने मां तेरे चरणों में सुख चैन है मेरा…..रचना।
*बाबूलाल शर्मा,सिकन्दरा* ने मां की ममता को महकाए….रचना सुनाई।
कार्यक्रम में महेंद्र शर्मा की रचना मां होती तो सब होती थी
संजय कुमार मालवीय की मां की नींद
कमल पुरोहित की रचना मां तुम पर क्या लिखूं?
घनानंद पांडे की रचना मां तुम कैसे जी लेती हो?
और मां पर लेख सदस्य संख्या 1449/2016 की रचना भी सुनाई गई ।
इन सभी रचनाकारों की रचनाओं को श्रोताओं ने *ग्रीन कार्ड* दिए।
कार्यक्रम के अंत में *स्थानीय संस्था राष्ट्रीय कवि चौपाल,दौसा* के द्वारा मगसम के *राष्ट्रीय संयोजक आदरणीय सुधीर सिंह जी सुधाकर जी* को *राष्ट्रीय कवि चौपाल सम्मान एवं स्वर्ण पदक से सम्मानित* किया गया।
#कवि कृष्ण कुमार सैनी”राज”