बने-बनाए मकाँ….

0 0
Read Time43 Second
salil saroj
बने-बनाए मकाँ के सब के सब हक़दार हैं
पर घर बनाने  के लिए तौर-तरीका चाहिए
जो भी मिला, हिन्दू या मुसलमान ही मिला
इंसान बनने के लिए बतौर सलीका चाहिए
माखौल ही बना देगी ज़माने की ये ज़ुल्मत
जीने के लिए पढ़ा-लिखा व  सीखा चाहिए
ये तूफ़ान यूँ ही किसी को रास्ता नहीं देता
मंज़िल के  पाने को साथ सभी का चाहिए
गर हाथ की लकीरों में  नहीं , तो ना सही
किस्मत रगों में बहती लहू में लिखा चाहिए
#सलिल सरोज 
 
नई दिल्ली
 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दीया और बाती

Mon Jun 25 , 2018
रहते है एक दूसरे के साथ बनकर हर कदम के साथी सदा जल कर करते उजाला बनकर दीया और बाती जगमगाते हैं अंधेरा मिटाकर फैलाकर तज़ुर्बे की रोशनी प्रकाशवान हुआ सारा आँगन मंद मंद मुस्काते दीया और बाती कभी शिद्दत से,कभी मुद्दत से जलकर राह दिखाते तमस भरी बयार की […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।