डॉ0 मृदुला शुक्ला “मृदु” की “भक्तयांजलि” आप भावुक भक्त जिज्ञासुओं के कर-कमलों में आकर भक्ति-पय-पान कराने में पूर्णत: समर्थ हुई है। पुण्य पावनी भारतभूमि बहुदेव-पूजित धरा है इस भाव को मन में समाहित कर डॉ0 मृदुला शुक्ला “मृदु” ने अपनी भावधारा एवं भक्तिधारा को “भक्तयांजलि” के रूप में प्रवाहित की […]