अंग्रेज़ी शिक्षा का ढांचा,खड़ा किया मैकाले ने, जैसे सिर पर जूता मारा,लिपटा किसी दुशाले में। भारत मनीषी बना रहा था,गुरुकल में संस्कारों से, बना दिया है मशीनों-सा अब,शिक्षा के हथियारों से॥ उसने सोचा संस्कारों का,धीरे-धीरे हरण करो, सीधे जड़ से भी मत काटो,धीरे-धीरे क्षरण करो। जैसे-जैसे अंग्रेज़ी,माथे पर चढ़ती जाएगी, […]
काव्यभाषा
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