हुस्न वाले क्यों अदा यूँ आशकार करते हैं रूख़ पे पर्दा और निगाहों से वार करते हैं। हैं निशाने पर ये   जहान हमें मालूम है फिर भी हम आशिक तुमसे प्यार करते हैं। बड़ा मासूम दिल है ये जो दिया था तुमको रात भर बस तेरी हाँ का इंतजार करते […]

अब खुदा की भी इनायत हो गई है। प्यार करने की इजाजत हो गई है। क्यूँ नहीं रखता ये धीरज दिल मेरा भी। शोखियों को भी शिकायत हो गई है। चाशनी मे प्रेम की हैं …….डूबते हम। दूर हमसे अब हिकारत हो गई है। इक नजर में दे दिया ये […]

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  कागज पर चलती कलम का वो मद्धम मद्धम साँसो का सा स्वर. …. .. वो रौशनाई की उभरती एक एक लहर. …… जीवंत करती जाती है निर्जीव पन्ने को पहर दर पहर……… अपनी ही लिखावट पर हौले हौले से उँगलियाँ फिराना…… और महसूसना हृदय से जने भावों को…. उँगली […]

चलो अंगारों पर चलकर देखते हैं खुद को आज बदलकर देखते हैं टकरा जाने दो आंधियों से फिक्र कैसी हालातों में खुद  ढलकर देखते हैं कदम रुके नहीं मंजिल पे है नजर क्यों न आगे बढ़कर  देखते  हैं हिमालय के रास्ते माना कठिन हैं क्यों न हो कि चढ़कर  देखते […]

क्रांतिकारी योद्धा वीर शिरोमणि बिरसा मुंडा के शहीद दिवस 9 जून  पर शत्-शत् नमन ……, जल , जंगल , जमीन  के लिए लडा वह अंग्रेजों से । जाग  उठा  हर  भारतीय इस क्रांति के शंखनाद से ।। धनुष , कटारी  , तीर  से वह  लडा  शत्रु से रण में । […]

रूप ,कुरूप , सब मन का वहम । इश्क हो , अगर सच्चा , तब हो जाते , रिश्ते अहम ।। रूप अच्छा होने से , सब कुछ , हासिल नहीं होता । रूप सलौना है , तोते का , फिर भी , कोयल सा गान , उससे नहीं होता […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।