जागो नौजवानों जागो उठो एक क़दम बढ़ाओ आगे आओ तुम सब एक *क्रांति* सी ले आओ 🎄🎄🎄🎄🎄🎄🎄🎄 पूरी धरा को आच्छादित तुम कर जाओ वृक्षों से दूर करो *तुम पीर धरा* की बहते आसूँ हैं इसके 🎄🎄🎄🎄🎄🎄🎄🎄 जो दिखते न हर किसी को सहती आई है धरा देख रही असहाय […]

ना जाने …. क्या सोच…. मै उठा लेती हूं … कोई भी किताब बस…. यही देखने.. कि..शायद बनी हो… ऐसी भी कोई किताब.. जिसमें हो… नारी के….. सुख दुख का हिसाब… फिर..दुबारा.. इसी आशा के साथ…. खोजती नई किताब.. कि ये होगी वो किताब.. जिसमे होगा….. नारी की पीड़ा और […]

पैसा   भैया   पैसा    भाभी। पैसा  है  सम्मान  की नाभि।। पैसा  से  सब मिलता साधो , मन   चाहा  उसे   दो  नाधि।। पैसे  से    प्यार   है  मिलता , पैसा  दो  ले लो  हर  लाभी ।। पैसा है सब सुख की  चाभी।। पैसा  नहीं, नहीं  कोई  पूछे , पैसा     है  मर्दों   की   मूंछें। […]

हम शब्दों की दीपशिखा हैं हम भावों की जलती मशाल हम वीणापाणी के वरद पुत्र हम चेतनता की लपट ज्वाल हमने अपने शब्दों से सदा साहस को परिभाषा दी है टूटे दिल को ढ़ाढस  देकर जीने की नव आशा दी है धरती को माता मान सदा हमने  कीर्ति का गान  […]

सुनो सुनो रे भाई मद्यपान अंधियारा लाई जिस शरीर में यह पहुंच जाए, नाड़ी मंडल झंकृत हो जाए । नस नस खिंचाव बढ़ जाए, निष्क्रिय चेतना शून्य हो जाए । जीवन ऐसा अभ्यस्त हो जाए , बिन इसके तन सुध न पाए। नशे में ही सारे सुख पाए , सारी […]

अभिवादन करना किसी का है खुशी का ही काम दूसरे का मान बढ़ता खुद को मिलता सम्मान मन मे दुसरो की इज्जत होती गुण बढ़ता निरहंकार स्वयं को छोटा समझने से व्यक्ति बनता सदा महान पर जो अभिवादन पाकर भी पचा न पाये अपनेपन को अहंकार के वशीभूत रहकर उपहास […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।