नित्य सवेरे तुम जग जाना , धरती माँ को शीश नवाना । प्यारे बच्चों इस दुनियाँ में , मिल-जुलकर पहचान बनाना ।।1।। मात-पिता की सेवा करना , बाधाओं से कभी न डरना । पढ़-लिखकर जीवन में अपनें , मिल-जुलकर पहचान बनाना ।।2।। सच्चाई के पथ पर चलना , भेद-भाव की […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा
