देखो दादी, देखो नानी रंग बिरंगी तितली रानी। सबको लगती बड़ी सयानी जगह जगह का पीती पानी। तितली रानी , तितली रानी अमन चैन से रहती रानी। हरकत करती वो मस्तानी फूल फूल पर जाती रानी। तितली रानी , तितली रानी हार कभी ना तुमने मानी। फूल देख इठलाती तितली […]
काव्यभाषा
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