जब उदास होता हूँ या यादों की सैर करता हूँ तो नैनीताल के कोहरे में खो जाता हूँ। स्नो व्ये, नैना शिखर, टिफिन टोप से खिसने लगता हूँ, ताल की तरफ, आकाश को छू तो नहीं पाता पर कोशिश में उछलता हूँ। दोस्तों के साथ की गयी यात्राएं लपेट लेता […]
काव्यभाषा
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किस्सा-ए-इश्क अपना इतना ही रहा बस आगाज़ ही किया था कि उसने कहा बस ========================== ज्यादा तो कुछ नहीं हुआ होकर जुदा तुमसे सीने में मेरे हल्का-हल्का दर्द हुआ बस ========================== क्या कहूँ क्यों हो गया तनहाई-पसंद मैं फितरत-ए-दुनिया को पहचान गया बस ========================== कुछ और सुनाने की ज़रूरत ही […]
