तुम योग करो वो योग करे हम योग करे सब योग करें करें स्वस्थ कामना रहने की, आओ हम मिलकर योग करें। खाने को घर में रहे नहीं फिर भी मुंह से कुछ कहें नही सब पूजा दुआ कराते हैं पर फिर भी कुछ तो लहे नहीं सरकार हमारी कहती […]

कलियाँ खिलेंगी मधुबन में फिर मुरझा जाएँगी, भेदभाव के दुर्भाव से गर्भ में सहमी बच्ची फिर मार दी जाएगी, भारत रो रहा है देश सो रहा है ऐसी दशा होगी सोचा न था.. सदियों से पूजित नारी पति से दुत्कारी जाएगी, ऋषि-मुनियों की धरती पर भी उनकी जान जाएगी, भारत […]

सामने तुम भगवान सदृश प्रणाम तुम्हें। हमारा तन मन धन अर्पण सब तुमको। दीप प्रेम का सालों से लगातार जलता रहा। सम्मुख तुम अभिराम नयन शांत हृदय। बस चाहिए आखिरी साँस तक साथ तुम्हारा। #सरिता गुप्ता, पोरसा परिचय नाम – सरिता गुप्ता पिता का नाम – श्री वेद प्रकाश गुप्ता […]

बारिश बूॅऺद- सा, फैल रहा है… परेशां मजदूरों के गीत, सुर में है; रोटी की आवाज़ और रोते-बिलखते आदिम स्वर। फटे पैरों की बिवाई सा, वस्त्र भी हैं तार-तार, कंठ हैं सूखे;आॅऺखों में पानी की तरलता, भींगा मन; तन चट्टानों सा जलता, वेदना है जलती,पथ भी है कराहता। काली रात […]

दोहे योग साँस का खेल है, साँस देह की सार। देह रहे जो रोग बिनु, उपजे नेक विचार।। साँस साँस को जोड़कर, साँसहि लिया बचाय। साँस देह की मूल है, साँस बिना सब जाय।। सूर्यदेव का है नमन, बिटमिन डी का भोग। उदयकाल नित उठ करो, योग भगाए रोग।। मन […]

जिसने न कभी विश्राम किया स्वेद बहाकर हमे पहचान दिया दिखाया नही अपना दुलार पर दिल में छुपा प्यार रहा हर दर्द को सीने में छुपाये जमाने के झंझावतों से हमे बचाये आँखों में गुस्सा पर ह्रदय में अनुराग ऐसा है मेरे पिता का प्यार ऊँगली पकड़कर चलना सिखाया जमाने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।