लहरें थी समुद्र की बहुत विशाल न झूका वह उनके आगे खड़ा रहा तान कर सीना चाहा, लहरों से जीतना देख मनु की इस अदा को समुद्र मंद-मंद मुस्काया कहा कान में लेहरो की उसने और हुई पहले से अधिक विकराल अब डगमगाया मनु उससे खुद को उस तीव्रता से […]

करूँ  सदा  शुभ कामना, उन्नत  होवे  देश। भूमण्डल सरनाम हो,उज्ज्वल हो परिवेश।। देश  वासियों   के  लिये, नये  साल   संदेश। जनता को शुभकामना,खुशियाँ सभी प्रदेश।। सामाजिक  परिवेश में, मानव  मान समाज। सबके हित शुभकामना,नये साल की आज।। नारी को शुभकामना, मैं  देता  करजोर। शक्ति देश की ये बने, बढ़े  उन्नति  ओर।। […]

गत साल भी दी थी बधाई सन 2018 की आपने परिवर्तन कुछ नही हुआ कैसी बधाई दी आपने ठण्ड तब थी ठण्ड अब है शीत लहर चल रही रात मे अच्छे दिन तो आये नही रोजगार युवक पाये नही किसानो ने आत्महत्याएं की कैसी व्यवस्था दी आपने गैस सिलेंडर महंगा […]

अस्त होते सूर्य की लालिमा देती संदेश साँझ के आने का… साँझ होते ही लौटने लगते परिंदे अपने नीड़ों में दिन भर इधर-उधर डोल कर, चर कर लौटती गायें अपने घर, निबटा कर अपने सभी काम बच्चे-बड़े महिलाएँ-पुरुष सभी भागते हैं अपने-अपने घरों की ओर, पहुँच कर पीते हैं चाय […]

विनती  करूं शीश नवाय के  सुनो शारदे मांय, लिखने में यदि भूल हुई होतो शीघ्र दीजे बताय, शीघ्र दीजे  बताय मेरी  कविता हो अति सुन्दर, अवगुण ना होवे कभी  इस कविता  के अन्दर, लिखे  दास “अकेला” अब  आप ही  हैं  रक्षक, विनती करूं हे मां सहारा हो जा बन के […]

मैं विहर्ष हूँ, मैं प्रकर्ष हूँ, संघर्षों में विजय हर्ष हूँ || आसमान छूने की हिम्मत, *आशाओं का नया वर्ष हूँ ||* दिग्-दिगन्त में फैल रहे हैं, भीषणता के परमाणु, काल खड़ा है मुँह फैलाये, खाने जग के बीजाणु || विध्वंसों के पैर उखाड़े, उल्लासों का नव विहर्ष हूँ | […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।