स्वतंत्रता की चलाई आंधी नाम था उसका मोहन गाँधी जनता की उसने बनाई कुमक दांडी से उसने उठाया नमक कस्तूरबा से करवाया श्रम साबरमती मे बनाया आश्रम बचपन में चबाये चने इंग्लैंड जाकर बेरी स्टार बने स्वतंत्रता की ज्योति जलाई भारत देश को आज़ादी दिलाई अंग्रेज को दिखलाया डंडा […]

नवलगढ़ | 23 जनवरी को , राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय कवि चौपाल के प्रथम प्रांतीय अधिवेशन में मैनपुरी जिले के इकहरा के रहने वाले मनोज कुमार “मंजू” को नवलगढ़ की धरती पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नवलगढ़ के कवि मुकेश मारवाड़ी की पुस्तक ‘सरहद के रखवाले’ का लोकार्पण भी […]

मेरा मुल्क मेरा देश ,      अनेकता में एक। भिन्न भिन्न की बोली यहां पर अलग अलग भाषाएँ। जाती अलग है धर्म अलग है पर एक ही है दिशाएं। मानवता का धर्म यहां पर     खुशियां रोज मनाएं क्या हिन्दू क्या मुस्लिम हम भाईचारा फैलाएं। ईद दीवाली वैशाखी […]

पुरा कहानी,याद सभी को, मेरे देश जहाँन की। हम कहें गणतंत्र की गाथा, अपने देश महान की। सन सत्तावन की गाथाएँ आजादी हित वीर नमन। रानी झाँसी नाना साहब, ताँत्या से रणधीर नमन। तब से आजादी मिलने तक, संघर्ष रहा बस जारी था। वीर हमारे नित मरते थे। दर्द गुलामी […]

वतन ए हिन्द को हम प्यार करते है देनी पड़ी जान तो जान निसार करते है छुड़ा देते है छक्के भी दुश्मनों के गोलियों की हम  बौछार करते हैं बुलंद हौसले वाले डरते नहीं है हम तूफानों को भी साहस से पार करते है जाति धर्म का हम भेद नही […]

प्राणों से प्यारा हमकों हिन्दुस्तान खून देकर भी रखेंगे इसकी शान शहीदों की मजारों पर मेला लगा रखतें है हम उनकी ऊँची पहचान चूमकर जिन्होंने फांसी का फंदा बचाया था भारत का स्वाभिमान स्वत्रंतता का शंख बजाकर के जो कूद पड़ेे थे आज़ादी की जंगे मैदान जाने कितने अत्याचार सहे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।