कृति:-स्वेटर(कहानी संग्रह) लेखक:- अशोक जमनानी प्रकाशक:-संदर्भ प्रकाशन,भोपाल समीक्षक:- राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित”    अशोक जमनानी जी के इस कहानी संग्रह में कुल पन्द्रह कहानियाँ हैं। 128 पृष्ठ की इस कृति की कहानियों को आकाशवाणी भोपाल ने पिछले कुछ वर्षों में प्रसारित किया था। आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी साकेत अग्निहोत्री  का लेखक […]

पुलवामा हमले में शहीद हुए हमारे भारतीय शेरों को अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि आतंकी हमले की निंदा करके ये रह जाएंगे। और शहीदों की अर्थी पर पुष्प चढ़ाकर आएंगे।। इससे ज्यादा कुछ नहीं करते ये भारत के नेता हैं। आज देश का बच्चा-बच्चा इन को गाली देता है।। सीमा पार से […]

हर शब्द मेरा अब चिगांरी होना चाहता है,, हर शख्स देश का मेरे अब अंगारी होना चाहता है,, कायरता से हमला करने वालो सुन लो गोर से,, मेरे देश की रोती आंख का हर आंसू, अब विजय दिवस की किलकारी होना चाहता है,, खुली छूट दो मोदी जी कुछ ऐसी, […]

पुलवामा आत्मघाती हमला, सरहद और संसद दोनों पर ही मानसिक हमला हुआ है, न के घाटी दहल गई बल्कि उसी के साथ भारत की वो पीढ़ी भी दहल रही है जिसके ख्वाबों में सरहद पर जा कर देश सेवा करना आता है, वो भी दहल गए जिनके दिल में राष्ट्र […]

पुलवामा आंतकी हमला ….वीर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि खून से सनी आज फिर कश्मीर घाटी । दुखी हैं शहीदों के शव देखकर माटी ।। स्तब्ध हैं ,बेचैन है आज हर नर-नारी । मिटा दो बुजदिलों की अबके खुमारी ।। न सर्जिकल स्ट्राइक न हमें  निंदा चाहिए । अब एक भी […]

गीता जीवन का सार है अथाह ज्ञान भंडार है पग पग की राह बताती पाप पुण्य में भेद बताती ज्ञान गंगा की वह धारा है इसी ने जीवन सुधारा है गीता को ही शिक्षक मानो परमात्म उवाच आधार मानो शिव ज्ञान भी इसी को कहते गीता जयंती सद्गुणी बाते पावनता […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।