राष्ट्र गौरव बेटे अभिनंदन भारत माता लगा रही चंदन लाल तेरा वंदन|| रण बाँकुरा अभिनंदन आया नभ में छाया राष्ट्र का पराक्रम खुशियाँ संग लाया|| सु-स्वागतम भारतीय सपूत सेना का शौर्य राष्ट्र करे वंदन आओ अभिनंदन|| धन्य है पिता धन्य माता की कोख धन्य है राखी धन्य हुआ सिंदूर धन्य […]

अदम्य साहस के परिचायक, शौर्य वीरता के प्रतिमान , हमारे देश के वीर सैनिक, तीनों सेनाओं के जवान । स्वाभिमान पर करें प्रहार जो, दुश्मन का करते हैं दमन, ऐसे ही वीर सपूतों को, करते हैं हम सदा नमन। इन वीर जवानों के ही दम पर , सुरक्षित है हमारा […]

चिड़ीमार मत काँव काँव कर, काले काग रिवाजों के। वरना हत्थे चढ़ जाएगा, मेरे  उड़ते  बाज़ों के। बुज़दिल दहशतगर्दो सुनलो, देख थपेड़ा ऐसा भी। और धमाके क्या झेलोगे, मेरे यान मिराजों के। तू जलता पागल उन्मादी, देख भारती साजों से। देख हमारे बढ़े कदम को, उन्नत सारे काजो से। समझ […]

आने का वादा था.. बच्चों को पढ़ाना था, माँ के आँचल की छाँव मे कुछ वक्त बिताना था…. पिता का एकमात्र सहारा था, तो पत्नी और परिवार संग जीवन बिताना था। हर रोज बच्चों से बात करता था, मै जल्द वापस आऊंगा यही कहा करता था। कुछ सो रहे थे […]

आ गए वापिस मेरे वतन के हीरो करके पाकिस्तान दहन बिल्कुल वैसे जैसे हनुमान ने किया लंका दहन मेरे देश केअभिनंदन गए तोड़ के सीमाओं के बंधन तहस नहस किया  दुशमनों को घर में उसी के गा रहा देश सारा  वंधन और कर रहे हमारे रघुनंदन का अभिनंदन बांहो में […]

बनन मे बागन मे,  आंगन तडागन मे। गगन में देखौ रूप, सौ गुना सुहायो है।। मधुपाली काकपाली ,आली वनमाली हू । ऊपरी निकाई औ, ऊछाह छवि छायो है।। तारन मे हारन मे ,सरिता की धारन मे,। शोभित पहारन मे, तेज अधिकायो है।। मोद सरसायो अनुराग जागि आयो रस,। अंग अंग […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।